loan fraud case क्या आप जानते हैं केंद्रीय बैंक आरबीआई (Reserve Bank of India) लोन देने वाले ऐप्स को लेकर एक स्ट्रिक्ट गाइडलाइंस जारी करती है।
loan fraud case
लोन ऐप की वजह से किसी यूजर के साथ धोखाधड़ी न हो इसके लिए लोन देने वाले ऐप्स (Legitimate lending apps) और लोन सर्विस प्रोवाइडर (Loan Service Providers) को इन रेगुलेशन को फॉलो करना जरूरी है।
👉100% गारंटी के साथ यहा पाए एक क्लिक मे लोन👈
RBI जारी करती है सख्त गाइडलाइन
किसी भी लोन देने वाले ऐप का इस्तेमाल करने से पहले ऐप की ऑफिशियल वेबसाइट को रिव्यू करना जरूरी है। ऐप के लैंडिंग पार्टनर के रूप में बैंक और नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (Non-Banking Financial Companies) को जांचना जरूरी है।
loan fraud case आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक, लोन ऐप्स को बैंक/एनबीएफसी लाइसेंस के साथ एक रेगुलेटेड एनटिटी होना चाहिए या किसी एक के साथ भागीदार होना चाहिए। अब सवाल ये है कि एक फेक लोन ऐप की पहचान कैसे की जाए, इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं-
ये भी देखे : पंजाब नेशनल बैंक दे रहा 8 से 10 लख रुपए का पर्सनल लोन! ऐसे उठाएं फायदा
ऐप्स को डाउनलोड करने का तरीका
फोन में मोबाइल ऐप को किसी भी थर्ड पार्टी लिंक, वेबसाइट, एसएमएस या मेल में आए लिंक से डाउनलोड करना रेड फ्लैग हो सकता है। एक सही लोन ऐप आपको गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर पर ही मिलेगा। यहां किसी भी ऐप को ऑफिशियल सही तरीके से डाउनलोड कर सकते हैं।
ये भी देखे : केंद्र सरकारची ही कर्ज योजना; महिलांसाठी फायदेशीर
एडवांस पेमेंट की रिक्वेस्ट loan fraud case
फेक लैंडिंग ऐप्स (Fake loan apps) पर अक्सर उधारकर्ता से एडवांस पेमेंट जैसी रिक्वेस्ट की जाती है। यह एक रेड फ्लैग हो सकता है। लोन अप्रूवल के लिए इस तरह की रिक्वेस्ट एक सही ऋणदाता कभी नहीं करता। सही ऋणदाता के पास फी स्ट्रक्चर को लेकर एक सही जानकारी होती है, जिसे लोन अप्रूवल से पहले नहीं मांगा जाता है।
ऑनलाइन रिव्यू
loan fraud case किसी भी ऐप को लेकर ऑनलाइन रिव्यू काम आ सकते हैं। ऐप को इस्तेमाल करने वाले यूजर्स ऐप्स को लेकर रिव्यू देते हैं। किसी ऐप को लेकर नेगेटिव फीडबैक और वॉर्निंग मिल रहे हैं तो इन्हें नजरअंदाज करने की गलती न करें।
ये भी देखे : बैंक ऑफ महाराष्ट्र से पर्सनल लोन
लोन एग्रीमेंट का न होना
किसी भी फेक लोन ऐप (Fake loan apps) की पहचान लोन एग्रीमेंट को लेकर भी की जा सकती है। एक सही लोन ऐप से उधारकर्ता को एक सही लोन एग्रीमेंट दिया जाएगा।
लोन एग्रीमेंट में प्रॉसेसिंग फी, ब्याज की दर, रिमेंपेंट शेड्यूल की जरूरी जानकारी होती है। हाालंकि, अगर किसी ऐप में इस तरह के किसी एग्रीमेंट का कोई जिक्र ही नहीं है तो यह एक रेड फ्लैग हो सकता है।
ये भी देखे : किसान क्रेडिट कार्ड द्वारे शेतकऱ्यांना मिळणार 1 लाख 60 हजार रुपयांपर्यंत कर्ज
KYC प्रॉसेस का न होना
एक सही लोन ऐप लोन देने से पहले अपने यूजर की केवाईसी (Know Your Customer) जरूर करेगा। फ्रॉड से बचने के लिए यूजर की पहचान जरूरी है। अगर किसी ऐसे लोन ऐप के यूजर हैं जहां, इस तरह के किसी प्रॉसेस से नहीं गुजरे हैं तो यह एक रेड फ्लैग हो सकता है। loan fraud case